Tuesday, 7 March 2017

अछूत / प्रेमशंकर

अछूत
एक बिफरा हुआ घोड़ा है
जिसे तुम
अपने स्वार्थ के लिए
सुविधाओं की लगाम
प्रताड़ना की सैंटी
और
सुविधाओं के चारे से
सदैव साधते रहे हो!

No comments:

Post a Comment