Tuesday, 7 March 2017

अच्छे दिन आने वाले हैं / पवन करण

गुजरात की तर्ज पर सबको सबक सिखाने की
इच्छा रखने और पूरे देश को गुजरात बनाने का
सपना देखने वालों के अच्छे दिन आने वाले हैं

पाँच हज़ार साल पहले से चलकर
बरास्ते उन्नीस सौ बानवे, दो हज़ार बारह तक
आने वालों के अच्छे दिन आने वाले हैं

सिर पर मैला ढोने को आध्यात्मिक अनुभव कहने
और प्रजातन्त्र में राजपुरूष की तरह ख़ुद को
ईश्वर का दूत बताने वालों के अच्छे दिन आने वाले हैं

सत्रह बार सोमनाथ को लुटते देखने और एक बार भी
लूटने वालों से न भिड़ने मगर अब बदले पर उतारू
दिखने वालों के अच्छे दिन आने वाले हैं

उनके अच्छे दिन आने वाले हैं
हम उनके अच्छे दिन लाने वाले हैं ।

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